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Madhulika Patel commented on a post on Blogger.
बहुत सुंंदर गजल हेेेे... अाप की हर रचना बेहतरीन हाेेेती हेेेे
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चाँदनी रात के साये में
जागते और भागते लोग
आँखों में नींद कहाँ है . . .
जागते और भागते लोग
आँखों में नींद कहाँ है . . .
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भागती ज़िन्दगी
चाँदनी रात के साये में जागते और भागते लोग आँखों में नींद कहाँ है सपने आँखों से भी बड़े हैं न नींद में समाते न आँखों को आराम पहुँचाते आज की रात खत्म होती नहीं उससे पहले कल का दामन थामने की जल्दी ज़िन्दगी ने तो जैसे जद्दो - जहद की हद कर दी कासिब का हि...
चाँदनी रात के साये में जागते और भागते लोग आँखों में नींद कहाँ है सपने आँखों से भी बड़े हैं न नींद में समाते न आँखों को आराम पहुँचाते आज की रात खत्म होती नहीं उससे पहले कल का दामन थामने की जल्दी ज़िन्दगी ने तो जैसे जद्दो - जहद की हद कर दी कासिब का हि...
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ये आवारा मन
उसने रोकना नहीं चाहा उसे रुकना नागवार लग रहा था बहुत दिनों पहले कांच टूट चुका था गाहे बगाहे चुभ जाता गल्ती से पर सोच रही हूं इसे फेंका क्यों नहीं पर ये किसी कूड़ेदान तक नहीं ले जाया जा सकता क्यों ऐसा क्या है ? मन के भारीपन से ज्यादा भारी तो नहीं होगा य...
उसने रोकना नहीं चाहा उसे रुकना नागवार लग रहा था बहुत दिनों पहले कांच टूट चुका था गाहे बगाहे चुभ जाता गल्ती से पर सोच रही हूं इसे फेंका क्यों नहीं पर ये किसी कूड़ेदान तक नहीं ले जाया जा सकता क्यों ऐसा क्या है ? मन के भारीपन से ज्यादा भारी तो नहीं होगा य...
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Madhulika Patel commented on a post on Blogger.
वक्त की वयस्तता ने काफी समय से ब्लाग से दूर कर दिया था ।
"शहर में लाैैटै थे जिसकी खातिर उसी ने हमको भुला दिया है..."
बहुत अच्छी पंक्तियाँ हैं..
"शहर में लाैैटै थे जिसकी खातिर उसी ने हमको भुला दिया है..."
बहुत अच्छी पंक्तियाँ हैं..
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तुम्हे लड़ना होगा
मीलों दूर तक पसरे हुए ये रास्ते कभी कभी बोझिल हो जाते हैं कदम जाने पहचाने रास्तों को देर नहीं लगती अजनबी बनने में जब सफर होता है तन्हा और मंज़िलें होती गुम रौशनी में नहाये हुए बाज़ार रौनकों से सजी हुई दुकाने पर मैं कुछ अलहदा ढूंढ़ रही हूँ खरीदने के वास्त...
मीलों दूर तक पसरे हुए ये रास्ते कभी कभी बोझिल हो जाते हैं कदम जाने पहचाने रास्तों को देर नहीं लगती अजनबी बनने में जब सफर होता है तन्हा और मंज़िलें होती गुम रौशनी में नहाये हुए बाज़ार रौनकों से सजी हुई दुकाने पर मैं कुछ अलहदा ढूंढ़ रही हूँ खरीदने के वास्त...
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Madhulika Patel commented on a post on Blogger.
बहुत सुंदर संकलन ध्रुव सर | मेरी रचना को स्थान देने के लिये तहेदिल से शुक्रिया |
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